लाहौल घाटी के पारंपरिक उत्पादों की पर्यटकों ने भी की जमकर खरीद।

जिला प्रशासन स्वयं सहायता समूहों की करेगा पूरी मदद व मार्गदर्शन- उपायुक्त।

केलांग, 30 दिसम्बर- विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी मनाली और कुल्लू में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत लाहौल के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को पर्यटकों द्वारा खूब पसंद किया गया। मनाली स्थित होटल द हिमालयन और कुल्लू के पर्यटन विकास निगम के होटल सरवरी में घाटी की महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी एवं बिक्री स्टॉल पर स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटक भी पहुंचे और जमकर उत्पादों की खरीदारी की।

लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि लाहौल के इन पारंपरिक हस्तशिल्प और व्यंजनों की बिक्री से महिला स्वयं सहायता समूहों को शुरुआत में ही अच्छा रिस्पांस मिला है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वावधान में जिला प्रशासन द्वारा लाजवाब लाहौल के बैनर तले शुरू की गई इस पहल के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि इससे स्वयं सहायता समूहों का मनोबल और उत्साह भी बढ़ा है। उपायुक्त ने कहा कि लाहौल- स्पीति जिला प्रशासन लाहौल के बेजोड़ पारंपरिक हस्तशिल्प उत्पादों और यहां पीढ़ियों से जन जीवन का अभिन्न हिस्सा रहने वाले व्यंजनों को विभिन्न मंचों के माध्यम से देश-विदेश के पर्यटकों तक पहुंचाने में इन स्वयं सहायता समूहों की पूरी मदद और मार्गदर्शन करेगा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन कुल्लू और लाहौल स्पीति के परियोजना निदेशक एवं जिला मिशन प्रबंधक नियोन धैर्य शर्मा ने कहा कि उपायुक्त नीरज कुमार के दिशानिर्देशों के अनुरूप गतिविधियों को एक कार्य योजना के तहत चलाया जाएगा ताकि इसमें निरंतरता बनी रहे और स्वयं सहायता समूहों को भी बेहतर आमदनी का जरिया मिले।

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