मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत 105 करोड़ रुपये व्यय
सोलन, कसौली तथा अर्की विधानसभा क्षेत्रों में विशेष प्रचार अभियान
सोलन। प्रदेश सरकार किसानों की उपज को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना कार्यान्वित कर रही है। योजना के तहत खेतों को सुरक्षित रखने के लिए की जा रही बाड़बंदी पर इस वर्ष अभी तक 105 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं ताकि किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाया जा सके।
यह जानकारी सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग से सम्बद्ध हिम सांस्कृतिक दल के कलाकारों द्वारा सोलन विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत डांगरी तथा ग्राम पंचायत सपरून में आयोजित कार्यक्रमों में प्रदान की गई।
कसौली विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत भोजनगर तथा ग्राम पंचायत बोहली में पर्वतीय लोक मंच दाड़वां के कलाकारों द्वारा गीत-संगीत एवं नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उपस्थित जनसमूह को प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बारे में अवगत करवाया गया।
शिव शक्ति कला मंच कुनिहार के कलाकारों ने अर्की विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत देवरा तथा बातल में स्थानीय वासियों को प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की
कलाकारों ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना के तहत गत दो वर्षों में 3873 किसानां को लाभान्वित किया गया है। सोलर फैसिंग लगाने के लिए 80 प्रतिशत तक उपदान प्रदान किया जा रहा है। योजना के तहत किसानों के खेत के चारों ओर बाड़ लगाई जाती है, जिसे सौर ऊर्जा से संचालित किया जाता है। लोगों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
लोगां को अवगत करवाया गया कि प्रदेश के पर्यावरण को स्वच्छ रखने तथा भूमि एवं जल को प्रदूषण से बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने पॉलीथीन के साथ-साथ एक बार प्रयोग होने वाले अन्य गैर जीव अनाशित वस्तुओं जैसे कि थर्मोकॉल कप एवं प्लेट इत्यादि पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई कर अभी तक जुर्माने के रूप में 55 लाख रुपए वसूले गए हैं।
लोगों को बताया गया कि प्रदेश सरकार ने केवल एक बार प्रयोग होने तथा पुनः चक्रित न हो सकने वाले पैकेजिंग प्लास्टिक को पंजीकृत कूड़ा बीनने वालों व स्थानीय परिवारों से खरीदने की योजना भी लागू की है। यह प्लास्टिक कचरा 75 रुपये प्रतिकिलो की दर से खरीदा जा रहा है। उन्होंने लोगां से आग्रह किया कि अपने दैनिक उपयोग से प्लास्टिक को बाहर करें और हिमाचल के पर्यावरण को स्वच्छ एवं निर्मल बनाने में सहयोग दें।
इन ग्राम पंचायतों में कलाकारों ने गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जहां लोगों का मनोरंजन किया वहीं विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी भी प्रदान की।
कलाकारों ने बताया कि हिमाचल में बेहतर औद्योगिक निवेश आकर्षित करने और प्रदेश के शिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए व्यापक पैमाने पर निवेश करने की दिशा में सफलतापूर्वक कार्य किया जा रहा है। उद्योगों के लिए पर्यावरण मंजूरी की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है तथा आवेदन की प्रक्रिया को ऑनलाईन कर दिया गया है।
ग्राम पंचायत डांगरी की प्रधान निशा ठाकुर, उपप्रधान श्री मदन लाल ठाकुर, पूर्व प्रधान अमर िंसह, पूर्व प्रधान महेंद्र सिंह, बीडीसी सदस्य विनय वर्मा, वार्ड सदस्य शकुंतला, पूरन चंद, सुलेखा ,माला ,उषा ,रीना, ग्राम पंचायत सपरून की प्रधान रीना, उपप्रधान विक्रम, वार्ड सदस्य मीरा, सुषमा, हरीश, माया, प्रीत, राकेश, ग्राम पंचायत भोजनगर के प्रधान मनोज, उप प्रधान रणजीत सिंह, वार्ड सदस्य, ग्राम पंचायत बोहली के प्रधान राकेश कुमार, उप प्रधान पंकज, वार्ड सदस्य, ग्राम पंचायत देवरा के प्रधान रूप सिंह, उप प्रधान किश्न चन्द, वार्ड सदस्य कमल, रीता, ग्राम पंचायत बातल की प्रधान उर्मिल शर्मा, उप प्रधान भरत भूषण, वार्ड सदस्य दयावन्ती, देवराज, सुनीता, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा ग्रामवासी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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