लाहौल घाटी में लापता सभी पर्यटक सुरक्षित व स्वस्थ- उपायुक्त
सेना, बीआरओ,आपदा मित्रों के सहयोग से कल किया जाएगा इवेक्युएशन
सेना की मदद से आज हवाई सर्वेक्षण भी किया गया
केलांग, 21 अक्टूबर- लाहौल घाटी के चंद्रताल क्षेत्र में फंसे सभी लापता पर्यटक सुरक्षित व स्वस्थ हैं। उपायुक्त लाहौल- स्पीति नीरज कुमार ने बताया कि पर्यटकों की तलाश में एसडीएम काजा महेंद्र प्रताप की अगुवाई में एक 15 सदस्यीय दल भी खोजबीन के लिए आज रवाना किया गया था। जिसमें आपदा प्रबंधन से जुड़े स्थानीय आपदा मित्र भी शामिल थे।
खोज के बाद यह सुनिश्चित हुआ है कि सभी 80 पर्यटक सुरक्षित और स्वस्थ हैं। सभी पर्यटक बातल स्थित चाचा- चाची ढाबा के अलावा पीडब्ल्यूडी के विश्राम गृह में पूरी तरह से सुरक्षित हैं और उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी है। इनमें टेंपो ट्रैवलर में यात्रा करने वाले 16 पर्यटक भी शामिल हैं।
इससे पूर्व जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार से पर्यटकों की खोज के लिए हवाई सर्वेक्षण करने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा भी मांगी गई थी। उपायुक्त ने ये भी कहा कि चूंकि यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण और टेक्नीकल था, ऐसे में सेना से भी जीएडी के माध्यम से मदद मांगी थी। सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा भी आज एरियल सर्वे किया गया है। उपायुक्त ने कहा कि पर्यटकों में 16 पर्यटक पश्चिमी बंगाल जबकि अन्य दिल्ली, पंजाब समेत अन्य राज्यों व हिमाचल प्रदेश से भी हैं।
उपायुक्त ने बताया कि सेना की नागा रेजिमेंट की एक यूनिट को इस बचाव अभियान के लिए आग्रह किया गया है। यह यूनिट भी कल पर्यटकों को बातल से निकालने में जिला प्रशासन की मदद करेगी।
इन सभी पर्यटकों को कल 4×4 वाहनों के माध्यम से बातल से बाहर निकालने की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। केलांग की तरफ से भी बचाव दल भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि बीआरओ के मुख्य अभियंता से भी इस संबंध में आग्रह किया गया है। बीआरओ भी कल के इस बचाव अभियान को अंजाम देने में अपना सक्रिय सहयोग देगा। उपायुक्त ने बताया कि स्पीति के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मोहन दत्त शर्मा ने अवगत किया है कि 15 सदस्यीय दल आज बर्फ भरे रास्ते को पार करते हुए कुंजुम से बातल पहुंचा है। इस दल में पुलिस उपाधीक्षक और नायब तहसीलदार भी शामिल रहे।
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