भोरंज में 296 एकल नारियों के बच्चों को इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना का लाभ
एसडीएम ने की महिला एवं बाल विकास योजनाओं की समीक्षा, अधिकारियों को दिए निर्देश
भोरंज
महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की उपमंडल स्तरीय समितियों की संयुक्त समीक्षा बैठक शनिवार को एसडीएम शशिपाल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें उक्त योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई।
इस अवसर पर एसडीएम ने बताया कि विधवा, परित्यक्ता और अन्य एकल नारियों के बच्चों के पालन-पोषण एवं शिक्षा के लिए प्रदेश सरकार द्वारा आरंभ की गई इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना के तहत भोरंज उपमंडल की 296 महिलाओं के बच्चों को अभी तक 31.80 लाख रुपये से अधिक की धनराशि दी जा चुकी है। 28 बेसहारा बच्चों एवं युवाओं को मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना से लाभान्वित किया जा रहा है, जिनमें से 9 लाभार्थियों को मकान निर्माण के लिए एक-एक लाख रुपये की पहली किश्त दी जा चुकी है, जबकि, 3 युवाओं को शादी के लिए दो-दो लाख रुपये दिए गए हैं।
शशिपाल शर्मा ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना के तहत कई गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इनमें लैंगिक समानता एवं व्यवहार में परिवर्तन पर कार्यशालाएं, जागरुकता शिविर, किशोरियों के स्वास्थ्य की जांच और प्रत्येक पंचायत में सराहनीय उपलब्धियां हासिल करने वाली 3-3 चैंपियन बेटियों को पुरस्कृत करना शामिल हैं। पोषण अभियान की समीक्षा करते हुए एसडीएम ने कहा कि भोरंज ब्लॉक में 234 आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से 6 माह से 6 वर्ष तक की आयु के 2528 बच्चों तथा 725 गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को पोषाहार दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस वित्त वर्ष में अभी तक मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री शगुन योजना और विधवा पुनर्विवाह योजना के तहत कुल लगभग 4 लाख रुपये वितरित किए गए हैं। बेटी है अनमोल योजना की सात लाभार्थियों को 1.47 लाख रुपये दिए गए हैं।
एसडीएम ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को इन सभी योजनाओं का फील्ड में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, ताकि सभी पात्र लोग इनका लाभ उठा सकें। उन्होंने शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के अधिकारियों को भी इन योजनाओं के क्रियान्वयन में सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक में कार्यकारी सीडीपीओ रवि दत्त ने विभिन्न योजनाओं की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
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