महिला किसानों के लिए चगांव में आयोजित किया महिला सशक्तिकरण नेतृत्व शिविर

50 महिला किसानों को प्रदान की मोटे अनाज संबंधित जानकारी

रिकांगपिओ।   अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के तहत आज जिला कृषि विभाग (आत्मा परियोजना) किन्नौर द्वारा ग्राम पंचायत चगांव में पोषण युक्त मोटे अनाज संबंधित महिला सशक्तिकरण नेतृत्व शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 50 महिला किसानों ने भाग लिया।
शिविर की अध्यक्षता करते हुए डॉ. सोमराज नेगी ने महिला किसानों को मोटे अनाज जैसे कोदा, कांगनी, चैलाई, साँवा इत्यादि की उपयोगिता बारे विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की तथा इनसे बनने वाले पकवानों के महत्व बारे भी बताया। उन्होंने कहा कि इन पारंपरिक अनाजों में विटामिंस होते हैं तथा इनके सेवन से विभिन्न बीमारियों से लड़ने हेतु शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
उन्होंने बताया कि कोदा का सेवन रक्त सुधार, मधुमेह, एनीमिया नियंत्रण, कब्ज दूर करने व अच्छी नींद आने में सहायक सिद्ध होते है। चैलाई के सेवन से दस्त रोग की बीमारी, पेचिश नियंत्रण होता है तथा साँवा मधुमेह, यकृत, गुर्दे की बीमारी को ठीक करता है। इसी प्रकार कांगनी विटामिंस से भरपूर होता है जो बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी है।
उन्होंने महिला किसानों से मोटे अनाजों की खेती को अधिक बढ़ावा देने का आग्रह करते हुए कहा कि वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष घोषित किया गया है जिसके फलस्वरूप किसान पारम्परिक अनाज की खेती कर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर महिला किसानों सहित अन्य ग्रामवासी भी उपस्थित रहे।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.