योग कला के साथ-साथ विज्ञान भी है – विरेन्द्र शर्मा
सोलन। ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश विरेन्द्र शर्मा ने कहा कि योग मुख्य रूप से एक आध्यात्मिक अनुशासन है, जिसमें जीवन शैली को पूर्णसार आत्मसात किया गया है। ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश आज यहां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन द्वारा ज़िला एवं सत्र न्यायालय के परिसर में आयोजित योग प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
विरेन्द्र शर्मा ने कहा कि योग कला के साथ-साथ विज्ञान भी है। योग शरीर और मन को नियंत्रित करने के लिए व्यावहारिक तकनीक प्रदान करता है। योग केवल एक शारीरिक व्यायाम ही नहीं अपितु यह व्यक्ति की मानसिक अवस्था को भी नियंत्रित करता है।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दण्ड़ाधिकारी एवं सचिव ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण सोलन अंशु चौधरी ने उपस्थित लोगों को योग को अपनी दिनचर्या में अपनाने का आग्रह किया।
शिविर में योग भारती से जुड़े आचार्य सुरेश ने उपस्थित लोगों को योग का प्रशिक्षण व अभ्यास करवाया।
शिविर में अतिरिक्त ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश- II सपना पांडे, अतिरिक्त ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश-पोसकोे परविन्दर अरौड़ा, मुख्य न्यायिक दण्ड़ाधिकारी गुरमीत कौर, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी- II वरुण, मोबाईल टैªफिक मजिस्ट्रेट गौरव चौधरी, अधिवक्ता संघ के प्रधान मदन कश्यप, अधिवक्ता संघ के अन्य सदस्यगण सहित ज़िला एवं सत्र न्यायालय सोलन के कर्मचारियों ने प्रशिक्षण व अभ्यास किया।
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